ये नज़र-अंदाजी की अदा कुछ और होती |
गर तेरी दिलचस्पी मुझमें थोडी और होती |
तेरी चितवन उफ़! क्या उलझन भरी है,
यूँ उलझते ना जो निगाह कुछ और होती |
सवाल यारों के, जनाब कहाँ तक पहुँची बातें,
मुस्कुरा के क्यूँ टालते जो बात कुछ और होती |
कलाकार है,उसकी कलाकारी के हम कायल हैं,
थोड़ा रंग हमारा लेती तो कला कुछ और होती |
कैसे भुलाएं तुझे, भले भूलने को मजबूर हों,
तू बेवफा होती तब वजह कुछ और होती |
'रोबिन' नसीब है किसी शैदाई की वो महज़बीं,
पल भर मेरी होती,चाहे किस्मत कुछ और होती |
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